Saturday 20 August 2016

कर व्यवस्था

कर व्यवस्था 

हमारे 99% सरकारी नेताओ 90 % शक्ति और समय कुर्सी बचाने और माल कहा से और केसे बनाया जाये में खर्च हो जाती है और बची10%में से आधा% घर वाली / वालो में देश और समाज के लिए क्या अच्छा हो सकता है ,आसान हो सकता है ,किया जा सकता है के लिए समय और शक्ति ही नहीं बचती है
------सरकार को इनकम टैक्स ,आयात कर, निर्यात कर के अलावा सारे कर समाप्त करके केवल अन्य सभी टैक्स के बदले सब मिलाकर एक टैक्स लगा देना चाहिए ,केसे और क्या इसकी पूरी रूप रेखा और फायदे यह है

जब भी देश में कोई भी सरकार जब भी कोई टैक्स लगाती बोझ आख़िरकार जनता ही उठाती है . और जब जनता ने देना है तो सीधे जनता से ही ले लो ना दुनिया भर का बवाल क्यों आइये देखते है केसे ?-------------------------

देखिये की देश में सभी(केंद्र -राज्य ) के द्वारा कुल मिलाकर कितना टैक्स वसूला जाता है या कुल कितनी जरुरत है ? उस राशि को भारत में की जा रही कुल मोबाइल, लैंड लाइन एवं अन्य संचार माध्यम(इन्टरनेट , मेसेज आदि ) कॉल समय में बाँट दीजिये , और सारे अन्य टैक्स बंद कर दीजिये ,आयात - निर्यात और आय कर को छोड़कर यह विभिन्न कारणों से जरुरी है , प्राप्त राशी के बड़े भाग को आबादी और क्षेत्रफल के आधार पर राज्यों को दे दीजिये
फायदे ------- 1. भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा . 2 कर वसूली में आसानी होगी (सीधे खाते में आ जायेगी रिचार्ज या बिल के साथ ही )
3.एक बिंदु हो जाने की वजह से बचे हुवे कर्मचारियो को आंतरिक सुरक्षा में लगाया जा सकेगा जिसकी हालत वर्तमान में बहुत ख़राब है . 4. सरकार का खर्च कम होगा 5. देश में टैक्स कम होने से विदेशी निवेश बढेगा .
6. स्वाभाविक रूप से रोजगार भी बढेगा और निर्यात भी क्योकि लागत कम हो जाएगी , 7. देश की प्रतिष्टा और आत्म विश्वास भी बढेगा |
हानि ------------ मुझे तो कुछ दिखाई नहीं देती आप कमेंट करेंगे तो मंथन कर जवाब दूंगा |
दिक्कते ----------- जनता को शुरू में समझाना मुश्किल होगा किन्तु जब दुसरे टैक्स हटकर सामान सस्ता होगा तो स्वत:खुश हो
जायेंगी , किसी भी अन्य दिक्कत को नियत सही होने पर हल किया जा सकता है ।राष्ट्र निर्माण और रक्षा के और अधिक विचारो को जानने के लिए जन गन मन पेज पर क्लिक करे ,जुड़े

क्या होगा गैर मुस्लिमो का भारत में

 

क्या होगा गैर मुस्लिमो का भारत में  


आज में जो बात कर रहा हूँ उस पर सभी मित्र राजनीती या राजनितिक दल से ऊपर उठकर विचार करे
भारत में वोटो की राजनीती की कोई हद नहीं है राजनेतिक दल सत्ता पाने या सत्ता में बने रहने के लिए किसी भी हद जा सकते है इसका सबसे बड़ा कारण है नेता ,, इसमें कार्यकर्ताओ का कोई रोल नहीं है इस सब में वो तो शीर्ष नेतृत्व के इशारो पर नाचता रहता है या दिए गए झांसो में उलझा रहता है या उसे दी गई लोली पॉप चुसता रहता है , देश का इस्लामीकरण निर्बाध गति से जारी है बीजेपी हो या कांग्रेस या और कोई दल उनके राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के नेता या वे लोग 200 - 500 करोड़ कमा कर बैठे है ( हालातो के जिम्मेदार) वे सभी विशेष परिस्तिथियों में सपरिवार विदेशो में सेटल हो जायेंगे और आम हिन्दुओ - ईसाईयो को सीरिया जैसे हालातो को झेलने के लिए छोड़ जायेंगे , अकेले मोदी जी , परिकर जी, रविशंकर प्रशाद जी जैसे चंद नेताओ के करने से कुछ नहीं होने वाला जनतंत्र और वोटो की राजनीती ने सबकी सांसे फुला रखी है जैसे ही वे कदम जिनसे आतंकवाद या इस्लाम दबाव में आता है सारी सेक्युलर जमात उनके बचाव में खड़ी हो जाती है ताज़ा उदहारण पेलेट गन के कश्मीर में उपयोग का है उस पर रोक की मांग सेकुलरो की तरफ से आ गई है और सरकार ने दबाव में विचार के लिए कमेटी गठित कर दी है जो 2 माह में जवाब देगी . वैसे भी मै जो कह रहा हूँ देश के 90% इलाको में अपने आस पास लगातार बढ़ रही दादागिरी से महसूस कर सकते है आसानी से लोग जुलुस आरती पूजाए रुकवा देते है और पुलिस भी भीड़ की एकता और उग्रता के आगे नत मस्तक हो जाती है . ये ही सब चलता रहा तो अगले 30 सालो में वो सब हो ही जायेगा जिसकी कल्पना कभी कश्मीरी पंडितो ने भी नहीं की थी और हुवा ही , सीरिया वालो ने भी नहीं की थी हुवा ही , शतुरमुर्ग की तरह रेत में सिर गडा देने से तूफ़ान टल नहीं जायेगा , कुछ को मै जगाता हूँ कुछ को आप जगाये , शायद कोई राह बन जाये .

भ्रष्टाचार एक विकराल समस्या ----- सरल न्यायोचित समाधान


भ्रष्टाचार समाप्त करने के आसान उपाय --मैंने अपने ये सुझाव कुछ सयाने लोगो के साथ बातचीत में रखे और उन्होंने भी कहा की हाँ यह सही तरीका हो सकता है मगर जिन्हे यह लागु करना है वो अपने पैर पर कुल्हाड़ी क्यों मारेंगे क्योकि अधिसंख्य नेता राजनीती में पैसा कमाने ही आते है आदरणीय मोदी जी की इस बात से मै सहमत हूँ की कानून का भय होना चाहिए तो ही लोग सम्मान करेंगे। ............................
1 अभी भ्रष्टाचार के केस में रंगे हाथ पकडे गए जनसेवक को 3 घंटे में जमानत दे दी जाती है, 3 महीनो तक जमानत नहीं दी जाना चाहिए और जो भी अघोषित सम्पति पाई जाये वह तत्काल प्रभाव से बिना किसी तर्क के राजसात हो जाये प्रकरण दिनांक तक की वैधानिक प्राप्तियां को अधिकतम 70 % से अधिक बचत को मान्य नहीं किया जावे। रंगे हाथो पकड़े गए जन सेवक के पास अगर अवैध सम्पति भी पाई जाये तो सीधे बर्खास्त किया जावे और प्रकरण बनने के तत्काल बाद मजिस्ट्रेट के समक्ष बयां करवाये जावे ताकि वो बाद में कोई कहानी न बना पाये।
2. जो भी व्यक्ति भ्रष्टाचार करता हैया अवैध सम्पति संग्रह करता है वो अनेक लोगो की निगाह में रहता है एवँ उसे सदैव किसी न किसी का सहयोग लेना पड़ता है चाहे वो नेता , व्यापारी या अधिकारी हो ,और आम तोर पर ऐसे लोगो को कोई विशेष लाभ नहीं दिया जाता है , जैसे CA , बैंकर्स मुनीम ऑफिस के बाबू आदि ----- अगर हम अवैध सम्पति की जानकारी सरका को देने वाले लोगो को जब्त अवैध सम्पति के बाजार मूल्य का 15-25% इनाम देने लग जाये तो सरकार और ऐसे जासूसों को आनंद आ जायेगा , और भ्रष्टाचार पर काफी हद तक लगाम लग जाएगी।
3 सर्वाधिक भ्रष्टाचार सरकारी खरीद , निर्माण कार्यो शासकीय अलॉटमेंट और पोलिस में होता है एक उच्च स्तरीय संगठन बनाया जाना चाहिए जो संभाग स्तर पर हो और हर जिले में आवश्य रूप से प्रतिमाह 5 छापामार कार्यवाही मलाईदार पदो के अधिकारियो और कर्मचारियों के विरुद्ध या जिनके खिलाफ शिकायत प्राप्त हो करे।
4 . निर्माण कार्यो में काफी भ्रष्टाचार है अनेक बड़े, गुंडे ठेकेदारी में है जो किसी की सुनते नहीं है किसी में सहस नहीं होता है की उनकी शिकायत करे ऐसे में हर जिले के लिए एक मोबाइल टीम लेबोरेटरी सहित बनाई जावे जिसका नियंत्रण प्रदेश मुख्यालय पर हो आकस्मिक निरिक्षण एवं जाँच करे वीडियो बनावे उस टीम को लास्ट मूवमेंट में पता लगे की उसे कहा जाना है ठेकेदार अपने थोड़े अधिक लाभ के लिए देश का जनता का पैसा मिटटी कर देते है।
5 . न्यायिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार समाप्ति के लिए भी ऐसे ही कई कदम उठाये जा सकते है जिन को यथासमय में प्रस्तुत कर दुगा।